प्रिंस ऑफ वेल्स के आगमन पर नाम पड़ा गुलाबी नगरी
 

 

- 1727 में जयपुर नगर का निर्माण शुरू हो गया था, इनमें प्रमुख खंडों को बनाने में करीब 4 साल का समय लगा। जयपुर की राजधानी आमेर हुआ करती थी।

- 1876 में प्रिंस ऑफ वेल्स के आने की खबर मिली तो उनके स्वागत में महाराजा सवाई मानसिंह ने पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंगवा दिया था। तभी से इस शहर का नाम गुलाबी नगरी (पिंक सिटी) पड़ गया।

- यहां के प्रमुख भवनों में सिटी पैलेस, 18वीं शताब्दी में बना जंतर-मंतर, हवामहल, रामबाग पैलेस और नाहरगढ़ किला शामिल हैं। अन्य सार्वजनिक भवनों में एक संग्रहालय और पुस्तकालय शामिल है।