(वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश भंडारी बता रहे हैं जयपुर के बसने के समय के समय की कुछ यादें। उस समय मुख्य बाजारों के दोनों ओर भवनों की ऊंचाई पर सख्ती थी।)

 

 


एक साइज की भवनों को बनाने पर दिया गया ध्यान

 

- मुख्य बाजार की सड़कों के दोनों ओर बाजार की तरफ झांकते हुए भवनों की जब स्वीकृति दी गई तो सभी भवनों का आकार और ऊंचाई एक जैसी हो इस पर खास ध्यान दिया गया।

- जौहरी बाजार के भवन सबसे सुन्दर और एकरूपता लिए हुए आज भी दिखते हैं। ऐसे ही सुन्दर भवन सिरह ड्योढ़ी बाजार में देखने को मिलते हैं। इस बाजार को हवामहल जैसा सुन्दर बनाया गया।

- चान्दपोल से सूरजपोल गेट पश्चिम से उत्तर की ओर है और यहां मुख्य सड़क दोनों गेटों जोड़ती है। बीच-बीच में चौपड़ है। त्रिपोलिया के सामने चौपड़ तो नहीं चौक बनाई गई।